अब चुनाव के बाद ही जारी होगी निगम में शामिल होने वाले एरिया की अधिसूचना
अब चुनाव के बाद ही जारी होगी निगम में शामिल होने वाले एरिया की अधिसूचना
नगर निगम ने लोगों से एतराज लिए साथ ही निकाय विभाग को भेजे
मोहाली। भले ही पंजाब विधानसभा चुनावों के चलते नए एलान और प्रोजेक्टों के शिलान्यास रुक गए हैं। लेकिन पुराने चले आ रहे प्रोजेक्टों पर पूरी तेजी से काम चल रहा है। इन्हीं में से एक नगर निगम की हदबंदी बढ़ाने का प्रोजेक्ट शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट की सारी कमान अब नगर निगम के कमिश्नर के हाथों मे है, जबकि प्रोजेक्ट को लेकर अठारह लोगों ने अपने एतराज भेजे हैं। नगर निगम की तरफ से रिपोर्ट बनाकर निकाय विभाग को भेज दी है। अब निकाय उक्त एतराजों पर विचार विमर्श करेगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। उम्मीद है कि अब चुनाव के बाद इस संबंधी अधिसूचना जारी होगी।
नगर गिनम के पार्षदों ने गत साल जून में नगर निगम का एरिया बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पास कर निकाय विभाग को भेजा था। इस दौरान नगर निगम की तरफ से दलील दी गई थी कि जब नगर निगम का एरिया बढ़ेेेगा, तो निगम की आमदन बढ़ेगी। उसे कई बार प्रकार के शुल्कों से आय होगी। जबकि विपक्ष के नेताओं का कहना था कि यह प्रस्ताव गलत है। क्योंकि उक्त गांवों को विकसित करने में ही नगर निगम को करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ेंगे। हालांकि निकाय विभाग ने इस संबंध में अपना काम जारी रखा था। साथ ही निगम से रेवन्यू रिकार्ड का नक्शा तलब किया है। इसके बाद जब नक्शा तैयार हो गया तो इस संबंध में लोगों से एतराज मांगे गए थे। अब एतराज मांगने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। हालांकि चुनाव आचार संहिता लगी होने के चलते इस सारे मामले की जिम्मेदारी नगर निगम कमिश्नर को सौंपी हुई। निकाय विभाग कोई भी चीज की मांग करता है तो वह पूरी करेंगे। वहीं, उम्मीद है कि इस संबंध में निकाय विभाग की तरफ से जो कुछ भी किया जाएगा, उस संबंधी आदेश विधानसभा चुनाव के बाद ही किए जाएंगे।
पहले कोविड की वजस से टली थी हदबंदी
नगर निगम की हदबंदी पहले गत साल हुए नगर निगम चुनाव से पहले होनी थी, लेकिन कोविड की वजह से यह काम बीच में रह गया था। इसके बाद जब नगर निगम चुनाव हुए तो इसे हरी झंडी मिली। इस दौरान अकेले मोहाली नहीं बल्कि देश के नगर निगम की हदबंदी बढ़ाने को मंजूरी मिली थी।
पचास वार्ड है नगर निगम में
जानकारी के मुताबिक मौजूदा समय में मोहाली में पचास वार्ड आते हैं। इन में छह गांव भी शामिल है। मौजूूदा समय में नगर निगम पर कांग्रेस का कब्जा है। कांग्रेस का कब्जा है। जबकि आजाद ग्रुप विपक्ष में है।